भारतीय ब्राह्मण विदूत परिषद की बैठक रामलीला टिल्ला मंदिर में करते हुए
भारतीय ब्राह्मण विद्वत परिषद की एक सभा टिल्ला मंदिर पर की गई जिसकी अध्यक्षता पंडित ध्यानचंद्र कुश जी द्वारा की गई संचालन पंडित सुनील अंगिरा जी ने लिया । जिस में मंदिरों में पूजा अर्चना करने वाले पंडित व पुजारी एवम समाज मे स्वतंत्र रूप से कर्मकांड ज्योतिष आदि का कार्य करने वालो पर उनकी जीवन शैली पर विचार किया गया ।इस महगाई के दौर में कम दक्षिणा में जीवन यापन कठिन हो रहा है मंदिरों में पूजा करने वाले पंडित को वेतन के रूप हजार दो हजार रुपये 5हजार तक अधिकतम दिया जाता है अगर देखा जाय तो आज इस महगाई में 25 हजार में भी घर परिवार चलाना मुश्किल है ।पुरोहितों पंडितो के जीवन पर उनके बच्चों के जीवन पर प्रभाव पड़ रहा है सही तरीके से जीवन जीना कठिन हो रहा है शादी विवाह आदि में लोग फिजूल खर्ची में लाखों खराब करते है लेकिन दक्षिणा के लिए व्यक्ति गरीब हो जाता है। समाज मर स्वतंत्र रूप पूजा पाठ करने वालो की भी यही हालत हैजब आपस मे विचार करते तो कई बाते सामने आती है क्रोना काल मे पंडितो का जो हाल हुआ है ।परिवारों का पालन पोषण करना भी मुश्किल हो जिसस था
सरकार का भी इस ओर ध्यान नही है पहले जिक्र आता था कि हिन्दू वादी सरकार आयी तो शायद पुजारियों को सरकार की ओर से कुछ वेतन मिले लेकिन काफी समय से हिन्दू वादी सरकार भी है लेकिन कोई लाभ ही नही मिला ।अगर यही हाल रहा तो कोई भी पंडित अपने बच्चों को संस्कृत विद्यालय में कर्मकांड नही सिखयेगा क्या फिर आपको पंडित मिल सकेंगे । बहुत कम पंडित है जो अपने बच्चों को पंडित बना रहे है यह एक सोचनीय स्तिथि है ।बाते तो बहुत है सभी ने अपने विचार दिए सभा मे उपस्तिथ ब्राह्मण पंडित गण
पंडित रोहित कौशिक, अमित तिवारी शास्त्री जी ,पंडित अंकुर शर्मा ,पंडित आदर्श शर्मा जी,पंडित अमित वत्स जी,पंडित मथुरेश प्रशाद जी,पंडित योगेश जी ,पंडित राजकुमार जी पंडित विजय शुक्ल जी, पंडित शिवकुमार शुक्ला जी ,पंडित प्रह्लाद जी पंडित कनिष्क शास्त्री पंडित गणेश प्रशाद गौड़ शस्त्रीजी ने भाग लिया अपने अपने विचार दिए
रिपोर्टर सत्येंद्र सैनी