धर्मगुरु के बेटे की हत्या की गुत्थी अभी तक सुलझने का नाम नहीं ले रही है और पुलिस पर लग रहे हैं गंभीर आरोप
क्या है ये पूरी घटना : हर्ष 3 दिसंबर को थार गाड़ी से शारदा यूनिवर्सिटी गया था, जहां वह पढ़ाई कर रहा था. मगर शाम तक वापस नहीं आने के बाद जब परिवारवालों ने फोन किया तो फोन भी रिसीव नहीं हुआ.इसके बाद मोती नगर थाने में मिसिंग की रिपोर्ट दर्ज कराई गई, तब उसके मोबाइल लोकेशन से मोती नगर थाने की पुलिस परिवार वालों को साथ लेकर नॉलेज पार्क पहुंची.जहां थर गाड़ी में उसकी डेथ बॉडी पड़ी हुई थी
पारस भाई जी वहां पहुंचे और आनन फानन में हर्ष को अस्पताल ले गए. जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि हर्ष थार गाड़ी की ड्राइविंग सीट पर पड़ा था और उसका चेहरा बिल्कुल लाल पड़ा हुआ था. उन्होंने कहा डॉक्टर से मिली जानकारी के अनुसार गाड़ी में कार्बन मोनोऑक्साइड छोड़े जाने की वजह से उसकी मौत हुई.
हत्या कैसे हुई किसने की अभी तक किसी तरह की कोई जानकारी नहीं मिली है दिल्ली पुलिस और यूपी पुलिस दोनों ही अपनी करवाई कर रही है
परिवार और समर्थकों का काफी गुस्सा देखने को मिल रहा है समर्थकों का कहना है जब इस तरह तो किसी के बच्चे भी सुरक्षित नहीं है
जांच चल रही है
दिल्ली क्राइम न्यूज
संवाददाता चंदन सिंह की रिपोर्ट