26 अक्टूबर (भाषा) भारतीय प्रबंधन संस्थान (आईआईएम), काशीपुर के एमबीए पाठ्यक्रम को लेकर कामकाजी पेशेवरों में जबरदस्त रूझान देखा जा रहा है और बड़ी संख्या में उन्होंने इस पाठ्यक्रम में प्रवेश लिया है।
संस्थान के प्रवेश कार्यालय द्वारा एमबीए 2023-25 बैच के संबंध में जारी ताजा आंकड़ों के अनुसार, प्रवेश लेने वाले कुल 321 छात्रों में से 126 छात्रों के पास 12-24 महीने तथा 116 छात्रों के पास 24 महीने से भी अधिक का कार्य अनुभव है। इसके अलावा, 19 छात्रों के पास 6-12 महीने का अनुभव है और केवल 60 छात्र ‘फ्रेशर्स या अनुभवहीन’ हैं।
संस्थान द्वारा इस संबंध में जारी प्रेस विज्ञप्ति में बताया गया है कि एमबीए के इस बैच में इंजीनियरिंग पृष्ठभूमि के 170 छात्र और गैर-इंजीनियरिंग पृष्ठभूमि के 151 छात्र हैं जो आईआईएम में गैर-इंजीनियरिंग छात्रों की तुलना में इंजीनियरिंग छात्रों की बढ़ती दिलचस्पी को दर्शाता है।
आंकड़ों के अनुसार, इस बैच में कुल 321 विद्यार्थियों में से 62 महिलाएं और 259 पुरुष हैं।
आईआईएम, काशीपुर के चेयरपर्सन (एडमिशन), अभ्रदीप मैती ने संस्थान के प्रति कामकाजी पेशेवरों के बढ़ते रूझान पर खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि भारत और विदेशों में उच्च रैंकिंग वाले करियर के लिए कुछ वर्षों के अनुभव वाले पेशेवर यहां प्रवेश लेना पसंद कर रहे हैं क्योंकि यहां का शिक्षा माहौल उन्हें बेहद पसंद आ रहा है।
उन्होंने कहा कि संस्थान में कार्य अनुभव वाले छात्रों को 10 अंक तक का वेटेज भी दिया जा रहा है ।
शिक्षा मंत्रालय द्वारा जारी राष्ट्रीय संस्थागत रैंकिंग फ्रेमवर्क (एनआईआरएफ)-2023 रैंकिंग में आईआईएम काशीपुर ने भारत के शीर्ष 50 प्रबंधन संस्थानों/कॉलेजों में 19वीं रैंक हासिल की है जबकि एनआईआरएफ-एआरआइआइए (अटल रैंकिंग ऑफ इंस्टीट्यूशंस ऑन इनोवेशन अचीवमेंट) में शीर्ष 50 संस्थानों में शामिल होने वाला यह एकमात्र आईआईएम बन गया है।