डीएम ने वृक्षारोपण कार्यक्रम में सूचना के बावजूद उपस्थित न होने वाले अधिकारियों के स्पष्टीकरण तलब करने के दिए निर्देश,
बिजनौर14सितम्बर,2023ः-जिलाधिकारी अंकित कुमार अग्रवाल ने वन विभाग के अधिकारी को निर्देश दिए कि जिले के 21 गंगा ग्रामों में नालों की टेपिंग, ठोस अपशिष्ट, सीवेज, ट्रीटमेंट प्रबंधिन की वर्ममान स्थिति एवं अनटैप्ड नालों की मौके पर जांच करें कि कही उनका निकास गंगा या उसकी सहायक नदियों में तो नहीं हो रहा है। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि गंगा तटीय स्थित ग्रामों को पूर्ण रूप से प्रदूषण मुक्त करने, वाटर ट्रीटमेन्ट करने, जैविक खेती कोे बढ़ावा देने, नक़द आय प्राप्त करने के लिए अर्थ खेती के लिए स्थानीय लोगों को प्रेरित करने तथा अधिक से अधिक पौधे रोपित किए जाने सम्बन्धी कार्य का विकास किया जाए। उन्होंने कहा कि जन सामान्य को जल-समाधि के स्थान पर भू-समाधि के लिए प्रेरित करें तथा गंगा किनारे बने पार्क को आकर्षक व सुन्दर बनाना सुनिश्चित करें।
जिलाधिकारी श्री अग्रवाल महात्मा विदुर सभागार में आयोजित जिला गंगा समिति तथा जिला पर्यावरण समिति की मासिक समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए उपस्थित अधिकारियों को निर्देश दे रहे थे।
उन्होंने बॉयो वेस्ट पर समुचित निंयत्रण स्थापित करने के लिए मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देश दिए कि अस्पतलों में औचक निरीक्षण करें और बायो वेस्ट का निस्तारण न करने वाले दोषियों पर न केवल अर्थदण्ड लगाएं बल्कि पर्यावारण एक्ट की सुसंगत धाराओं के तहत उन पर कार्यवाही भी अमल में लाएं। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि जिला बिजनौर से बॉयोवेस्ट डिस्पोजल के लिए जो कम्पनियां नामित हैं, उनसे बॉयोवेस्ट उपलब्ध कराने वाले अस्पतालों एवं अधिष्ठानों की सूची तलब करें और उसके अनुसार संबंधित संस्थानों में कंपनियों द्वारा बॉयोवेस्ट उठान और डिस्पोजल की जांच करना भी सुनिश्चित करें।
उन्होंने कहा कि देश में नमामि गंगे, अर्थ गंगे जैसे कार्यक्रमों द्वारा पर्यावरण की न केवल सुरक्षा की जा सकती है, बल्कि वातावरण को प्रदूषण मुक्त भी बनाया जा सकता है। उन्होंने प्रदूषण अधिकारी को निर्देश दिए कि तत्काल गंगा तटीय ग्रामों को प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए कार्य योजना प्रस्तुत करें तथा इसी के साथ उन्होंने संबंधित अधिकारी को निर्देश दिए कि सभी अधिशासी अधिकारी नगर निकायों में प्रतिबंधित पॉलीथिन का प्रयोग करने वालों के खिलाफ कार्यवाही करें और उनसे अर्थदण्ड वसूलें। उन्होंने निर्देश दिए कि ग्रामीण क्षेत्रों में भी सॉलिड वैस्ट के लिए जगहों का चिन्हांकन कराना सुनिश्चित करें ताकि कचरे को एक जगह जमा किया जा सके। उन्होंने उप संभागीय परिवहन अधिकारी को निर्देश दिए कि शासन द्वारा निर्धारित अवधि पूरे कर चुके संचालित वाहनों को अभियान चला कर सीज़ करें और उनपर पैनाल्टिी भी निर्धारित करें।
इस अवसर पर डीएफओ अरूण कुमार, मुख्य चिकित्साधिकारी डा0 विजय कुमार गोयल, पंचायत राज, सिचाई, पर्यावरण सहित अन्य संबंधित विभागीय अधिकारी मौजूद थे।