जमीन के लालच में बुआ ने कराई थी, इकलौते भतीजे की हत्या।
100 बीघा जमीन के लिए 3 लाख की सुपारी देने वाली बुआ की गिरफ्तारी हेतु पुलिस की तलाश जारी।
संवाददाता निखिल सैनी
पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जनपद मुजफ्फरनगर की खतौली पुलिस द्वारा दिनांक 14 दिसंबर, दिन शनिवार को हत्या की घटना का सफल खुलासा करते हुए पुलिस ने चार शातिर आरोपियों को गिरफ्तार किया है, साथ ही इनके कब्जे से 55 हजार रूपये भी बरामद किए है। गिरफ्तार आरोपियों में ग्राम खेडी रांगडान का अजय उर्फ लुक्का पुत्र जिले सिहं, योगेश पुत्र राज सिहं, परविन्द्र पुत्र कलाराम व जनपद मेरठ के थाना क्षेत्र सरधना के गांव कपसाड का सतीश पुत्र राजकुमार शामिल है। घटना से जुड़े अन्य की तलाश में अभी पुलिस जुटी हुई है। गिरफ्तारी के बाद आरोपियों से की गई पूछताछ में हत्या का कारण सामने आया जमीन का लालच। दरअसल मृतक वंश अपने पिता की इकलौती संतान था, जिसके नाम करीब 100 बीघा जमीन है। मृतक वंश की 03 बुआ हैं जिनमें से बडी बुआ बबीता जो नारायणा दिल्ली में रहती है, ने इस सम्पत्ति के लालच में अपनी बुआ तारो निवासी ग्राम खेडी रांगडान के पुत्र योगेश के साथ वंश की हत्या कर सम्पत्ति को हडपने की योजना बनायी तथा योगेश के मित्र परविन्द्र को यह लालच देते हुए कि तुम्हारे पुत्र के साथ मैं अपनी बेटी की शादी करुंगी, योजना में शामिल किया गया। इस कार्य के लिए बबीता ने योगेश व परविन्द्र को 03 लाख रुपये भी दिये। योगेश व परविन्द्र ने मेरठ के अपराधी सतीश से सम्पर्क किया और वंश की हत्या के लिए 03 लाख रूपये दिए। सतीश ने अपने भतीजे सूरज को इस योजना में शामिल किया तथा ग्राम खेडी, खतौली के उपेन्द्र से सम्पर्क किया जो वंश की हत्या करने के लिए तैयार हो गया। उपेन्द्र ने अपने साथ अपने ही गांव के अजय उर्फ लुक्का को इस काम के लिए तैयार किया। सतीश ने इन दोनो को 02 लाख रुपये दिये तथा 01 लाख रुपये अपने पास रख लिये। सतीश व सूरज द्वारा कई दिनो तक वंश की रैकी की तथा दिनांक 30 नवंबर को उपेन्द्र व अजय उर्फ लुक्का मोटरसाईकिल से आये तथा सरधना मोड (बुढाना खतौली मार्ग) पर खडे हो गये। वंश अपने मित्र आदित्य के साथ घर से निकला तो सूरज ने इसकी सूचना सतीश को दी ओर जब वंश ने सठेडी पार किया तो सतीश ने इसकी सूचना उपेन्द्र को दी। जैसे ही वंश सरधना मोड से ग्राम सरधन की ओर बढा तो सरधन गांव में घुसने से ठीक पहले अजय उर्फ लुक्का जो मोटरसाईकिल चला रहा था ने मोटरसाईकिल वंश के बगल में लगा दी तथा मोटरसाईकिल पर पीछे बैठे उपेन्द्र ने वंश को तमंचे से गोली मारी और फरार हो गये। गोली लगने से घायल वंश उपरोक्त को उपचार हेतु अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां दौराने उपचार उनकी मृत्यु हो गयी।
उपरोक्त घटना के संबंध में एस पी सिटी सत्यनारायण प्रजापत ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जानकारी दी कि दिनांक 30 नवंबर को वादी/मृतक वंश तंवर पुत्र संजय तंवर निवासी ग्राम लोहडडा थाना रतनपुरी, मुजफ्फरनगर द्वारा थाना खतौली पुलिस को अवगत कराया गया कि वह अपने दोस्त आदित्य पुत्र सुरेन्द्र निवासी ग्राम टिटौडा थाना खतौली, मुजफ्फरनगर के साथ अपनी स्पेलण्डर मोटर साईकिल से जा रहा था। मोटर साईकिल को स्वयं चला रहा था तथा ग्राम सरधन में मोटरसाईकिल सवार दो अज्ञात व्यक्तियों ने जान से मारने की नीयत से मेरे पेट में गोली मार दी। जिस सम्बन्ध में थाना खतौली पुलिस द्वारा भारतीय न्याय संहिता की धारा 109 के अंतर्गत मुकदमा पंजीकृत किया गया था और घायल वंश तंवर की दौराने उपचार मृत्यु हो जाने के कारण धारा 109 बीएनएस को धारा 103(1)/61(2)क बीएनएस में तरमीम किया गया तथा घटना की गम्भीरता को देखते हुए उच्चाधिकारीगण द्वारा घटना के सफल अनावरण हेतु थाना खतौली पर पुलिस टीम का गठन किया गया। गठित टीम द्वारा सीसीटीवी कैमरों तथा सर्विलांस की मदद से आज दिनांक 14 दिसंबर को उक्त हत्या के घटना का सफल खुलासा करते हुए थाना खतौली पुलिस ने घटना में शामिल योगेश व परविन्दर को गंग नहरपटरी दूधली कट के पास से तथा अभियुक्त अजय उर्फ लुक्का व सतीश को बन्द पडी सीमेण्ट फैक्ट्री गंग नहर पटरी जंगल ग्राम खेडी रांगडान से गिरफ्तार किया गया। साथ ही वांछित आरोपियों की गिरफ्तारी हेतु थाना खतौली पुलिस टीम द्वारा सार्थक प्रयास किये जा रहे है।