गभाना स्वास्थ्य केंद्र के बहार धरने पर बैठे पत्रकार
रवीकरन सिंह / अलीगढ़ गभाना कस्बा गभाना स्थित सरकारी स्वास्थ्य केंद्र पर तैनात महिला स्वास्थ्य कर्मी व प्रभारी डॉक्टर के द्वारा कस्बा निवासी पत्रकार दीपाशु महेश्वरी के साथ अभद्रता व अपने कार्यालय में ले जाकर जान से मारने की धमकी व थाने में पत्रकार के विरुद्ध तहरीर दिए जाने के मामले को लेकर ग्रामीण क्षेत्र की तमाम पत्रकार शुक्रवार 22 सितंबर 2023 को गभाना स्वास्थ्य केंद्र के बहार धरने पर बैठ गये। नाराज पत्रकारों ने प्रभारी डाक्टर व महिला स्वास्थ्य कर्मी के विरुद्ध विभागीय कार्रवाई व ट्रांसफर को लेकर उ.प्र के उपमुख्यमंत्री महोदय के नाम एसडीएम गभाना के.बी सिंह को ज्ञापन सौंप कर अपना धरना स्थापित किया।
बताते चलें ग्रामीण पत्रकार यूनियन उ.प्र के बैनर ताले कस्बा गभाना के पीड़ित पत्रकार दीपांशु महेश्वरी की जायज समस्या को लेकर ग्रामीण क्षेत्र के तमाम पत्रकार शुक्रवार को गभाना स्वास्थ्य केंद्र के बाहर धरने पर बैठ गये। धरने पर बैठे पत्रकारों का प्रकरण चंद मीनटो मे ही मुख्य चिकित्सा अधिकारी तक पहुंच गया। मामले पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी से फोन पर वार्ता हुई तो उन्होंने बताया कि पूरे प्रकरण को लेकर उनकी ओर से तीन सदस्य जांच कमेटी बनाई है। उक्त कमेटी पूरे प्रकरण की जांच करेगी। धरने पर बैठे पत्रकारों ने पूरे प्रकरण से जिला अधिकारी महोदय को भी फोन से अवगत कराया। उन्होंने कहा कि तत्काल मामले को संज्ञान में लेकर कार्रवाई कराई जा रही है। मामले को लेकर एसडीएम गभाना के.बी सिंह को भी अवगत कराया गया। धरने में भारतीय किसान यूनियन भानू के सोनू ठाकुर व बजरंग दल के राहुल ठाकुर पदाधिकारी ने भी समर्थन दिया। धरना प्रदर्शन में पहुंचे ग्रामीण पत्रकार यूनियन के जिला अध्यक्ष सुखबीर शर्मा ने कहा कि पीड़ित पत्रकार दीपांशु माहेश्वरी के साथ हम कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हैं। एसडीएम गभाना के.बी सिंह को उ.प्र के मुख्यमंत्री बृजेश पाठक के नाम ज्ञापन सोपा गया है। गभाना स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी डॉक्टर व महिला स्वास्थ्य कर्मी का यहां से ट्रांसफर हो उनके विरुद्ध विभागीय कार्रवाई हो अन्यथा की स्थिति में संगठन बड़ी रणनीति बना रहा है। ज्ञापन प्रेषित करते समय धरने पर बैठे पत्रकारो की स्वास्थ्य विभाग व तहसील स्तर के अधिकारियों से बराबर फोन पर वार्ता चलती रही। पीड़ित पत्रकार को न्याय नहीं मिलता है तो उन्होंने कहा कि पूरे जनपद के पत्रकार एकत्रित होकर सीएमओ कार्यालय का घेराव व धरना प्रदर्शन एवं गभाना स्वास्थ्य केंद्र पर अनिश्चितकालीन धरना करना पडेगा। पीड़ित पत्रकार की ओर से गभाना स्वास्थ्य केंद्र पर तैनात महिला स्वास्थ्य कर्मी व प्रभारी डॉक्टर के विरुद्ध भी गभाना थाने के लिए एसडीएम के माध्यम से तहरीर दी गई है। धरने पर बैठे पत्रकारों ने कहा कि महिला स्वास्थ्य कर्मी की ओर से जो तहरीर दी गई है अगर पुलिस उस पर मुकदमा दर्ज करती है तो पीड़ित पत्रकार की ओर से भी मुकदमा दर्ज होगा। दोनों ओर से थाने में तहरीर दी गई है। धरना प्रदर्शन देते हुए पत्रकारों ने अपने-अपने विचार व्यक्त किये। धरना प्रदर्शन में पत्रकार एकता जिंदाबाद स्वास्थ्य महकमा मुर्दाबाद.. इन पर कार्रवाई करो कार्रवाई करो... पत्रकारों को न्याय दिलाओ...न्याय दिलाओ के जमकर नारे लगे। सुहल देव पार्टी के जिला अध्यक्ष अमित जादौन ने भी पत्रकारों के धरने में समर्थन दिया। उन्होंने कहा कि गभाना स्वास्थ्य केंद्र में भ्रष्टाचार व्याप्त है। यह अपनी मनमानी पर उतारू है। इनके विरुद्ध कार्रवाई होना जरूरी है। बताते चलें कि कस्बा निवासी पीड़ित पत्रकार दीपांशु माहेश्वरी पिछले गई दिनों से स्वास्थ्य केंद्र गभाना की लापरवाही व भ्रष्टाचार की खबरें प्रकाशित कर रहे थे। स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी डॉक्टर व महिला स्वास्थ्य कर्मी उनसे इस बात से रंजिश मान रहे थे। पीड़ित पत्रकार के साथ गभाना स्वास्थ्य केंद्र में घटना होने के बाद ग्रामीण क्षेत्र के तमाम पत्रकार धरना प्रदर्शन देते हुए लामबंद हो गए। जिला अध्यक्ष सुखबीर शर्मा ने कहा है कि हमारा धरना अभी समाप्त नहीं हुआ है। केवल एसडीएम के आश्वासन पर धरने को स्थगित किया गया है। सात दिन के अंतराल में स्वास्थ्य विभाग इन दोनों का ट्रांसफर करे इनकी विरुद्ध विभागीय कार्रवाई करें सात दिन के उपरांत हम संगठन के द्वारा पूरे जनपद में गभाना स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी डॉक्टर व महिला स्वास्थ्य कर्मी के विरुद्ध बड़ा आंदोलन छेड़ देंगे।