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हरसूद में हुए पत्रकार पर हमले से आक्रोशित पत्रकारों ने एसपी कार्यालय पहुंचकर सौंपा ज्ञापन।

हरसूद में हुए पत्रकार पर हमले से आक्रोशित पत्रकारों ने एसपी कार्यालय पहुंचकर सौंपा ज्ञापन।

 

 खंडवा मंगलवार को मध्य प्रदेश मीडिया संघ एवं खंडवा पत्रकार संघ ने हरसूद में हुए दैनिक भास्कर के संवाददाता हरीश खंडेलवाल पर जानलेवा हमला होने पर खंडवा एसपी कार्यालय पहुंचकर ज्ञापन सोपा। मध्य प्रदेश मीडिया संघ एवं खंडवा पत्रकार संघ जिला अध्यक्ष श्री श्याम शुक्ला ने बताया कि शनिवार को हरसूद में दैनिक भास्कर के पत्रकार हरीश खंडेलवाल पर नगर पंचायत अध्यक्ष मुकेश वर्मा के पुत्रों और उसके साथियों द्वारा जानलेवा हमला किया गया पूरे घटनाक्रम के पीछे यह सामने आया कि अध्यक्ष मुकेश वर्मा के रिश्तेदार द्वारा नगर परिषद के हेड पंप को हटाकर उसमें पनडुब्बी डालकर निजी भवन निर्माण में उपयोग किया जा रहा था। इस मामले में पार्षद रानी मुकेश बोरासी द्वारा शिकायत की गई जिसके आधार पर खबर का प्रकाशन किया गया खबर प्रशासन के बाद से अध्यक्ष पुत्रों द्वारा सोशल मीडिया पर पत्रकार को निपटाना जैसी पोस्ट की गई। घटना शनिवार 7:15 की बताई जा रही है जब विधायक प्रतिनिधि कमल खंडेलवाल के ऑफिस पर पत्रकार हरीश खंडेलवाल उनके साथी राजेंद्र दीवान अनिल यादव सहित अन्य लोगों से सामान्य चर्चा कर रहे थे। तभी अचानक नगर पंचायत अध्यक्ष पुत्र अजय वर्मा विनय वर्मा और उसके साथियों द्वारा लाठी राड और कट्टा आड़ाकर जानलेवा हमला कर मारपीट की गई खबर प्रकाशन के बाद आरोपियों के द्वारा की गई हरकत लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पर हमला है। ज्ञापन के माध्यम से बताया गया कि नगर पंचायत अध्यक्ष वर्मा छनेरा में कहीं अवैध कॉलोनीया काट चुका है। साथ पत्रकार खंडेलवाल पर भविष्य में भी बड़ी वारदात को अंजाम दिए जाने की संभावना है। अतः आरोपियों के विरुद्ध प्रतिबंधात्मक कार्रवाई की जाए साथ ही उनकी सुरक्षा की व्यवस्था की जाए।

मध्य प्रदेश मीडिया संघ एवं खंडवा पत्रकार संघ जिला मीडिया प्रभारी अनवर मंसूरी ने कहा कि जहां मीडिया राजनीति और समाज से जुड़ी बुराइयों के बारे में लिखते हैं। यहां सवाल एक बार फिर यही उठ रहा है कि आखिर सच्चाई लिखने वाले पत्रकारों को क्यों मारा-पीटा जाता है क्या हमारे देश का चौथा स्तंभ आप सुरक्षित नहीं रहा हर बार दिखावे के तौर पर रिपोर्ट तो दर्ज की जाती है मगर उसका असर देखने को नहीं मिलता आखिर इसका जवाब कौन देगा कि जब भी पत्रकार प्रभावशाली लोगों के खिलाफ मुहिम छेड़ते हैं तो उन्हें इसकी कीमत जान देकर क्यों चुकानी पड़ती है।

खंडवा दिनेश सोनगरा की रिपोर्ट