स्वतंत्रता दिवस पर राष्ट्रपति पदक से हुए इंस्पेक्टर दिनेश चंद बघेल सम्मानित
मुजफ्फरनगर: पुलिस सेवा में समर्पण, साहस और त्वरित निर्णय क्षमता ही वह गुण हैं, जो किसी अधिकारी को विशेष बनाते हैं। ऐसे ही एक जांबाज़ और कर्तव्यनिष्ठ पुलिस अधिकारी हैं इंस्पेक्टर दिनेश चन्द्र बघेल, जिन्हें उनके अद्वितीय साहस और वीरता के लिए गैलेन्ट्री पदक से सम्मानित किया जा रहा है। यह सम्मान उन्हें उस साहसिक कार्रवाई के लिए मिला, जिसमें उन्होंने कुख्यात अपराधी चांद उर्फ काला को मुठभेड़ में मार गिराकर समाज को एक बड़े खतरे से मुक्त कराया।चांद उर्फ काला लंबे समय से आपराधिक गतिविधियों में सक्रिय था और उसके नाम पर गंभीर अपराधों की लंबी फेहरिस्त दर्ज थी। उसकी गिरफ्तारी पुलिस के लिए चुनौती बनी हुई थी, लेकिन इंस्पेक्टर बघेल ने न केवल इस चुनौती को स्वीकार किया बल्कि अद्वितीय रणनीति और बहादुरी के साथ उसे अंजाम तक पहुंचाया। मुठभेड़ के दौरान खतरे को सामने देखकर भी पीछे न हटना और अपराधी को न्याय के कटघरे में लाना, उनके साहस की गवाही देता है।फिलहाल इंस्पेक्टर दिनेश चन्द बघेल मुजफ्फरनगर में नई मंडी कोतवाली प्रभारी के रूप में तैनात हैं। यहां भी उनका कार्यशैली अनुशासन, संवेदनशीलता और सख्ती के संतुलन से भरपूर है। अपराध नियंत्रण और जनता के बीच भरोसा कायम रखने में उनकी विशेष पहचान है।इंस्पेक्टर बघेल न केवल एक कुशल पुलिस अधिकारी हैं, बल्कि वीरता और बहादुरी के सशक्त पुरोधा भी हैं। उनकी कार्यशैली से यह स्पष्ट होता है कि पुलिस सेवा केवल वर्दी पहनने का नाम नहीं, बल्कि यह वह जिम्मेदारी है जिसमें हर क्षण जान जोखिम में डालकर समाज की सुरक्षा करनी होती है।गैलेन्ट्री पदक से सम्मानित होना न सिर्फ उनकी व्यक्तिगत उपलब्धि है, बल्कि पूरे पुलिस विभाग और जनपद के लिए गर्व का विषय है। इंस्पेक्टर बघेल का यह साहसिक कारनामा आने वाले समय में पुलिस बल के लिए प्रेरणास्रोत बना रहेगा और यह संदेश देगा कि कर्तव्य के रास्ते में आने वाली किसी भी चुनौती से डटकर मुकाबला करना ही असली सेवा और सच्चा सम्मान है।
रिपोर्टर सत्येंद्र सैनी