विधानसभा चुनाव 2025 में करावल नगर से भाजपा का परचम जोर-शोर से लहराया
सत्यनिष्ठ, सुसंस्कृत तथा जुझारू व्यक्तित्व - कपिल मिश्रा
विधानसभा चुनाव 2025 में करावल नगर से भाजपा का परचम जोर-शोर से लहराने वाले तथा 'आप पार्टी' के मनोज त्यागी को 23,355 वोटों के अंतर से बुरी तरह हराने वाले मात्र 44 वर्षीय कपिल मिश्रा किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं।कपिल मिश्रा उस व्यक्तित्व का नाम है, जिसने दिल्ली विधानसभा के छठे चुनाव में 44 हजार से अधिक अंतर से सीट जीती थी और अपनी शपथ भी संस्कृत भाषा में ली थी। इनकी दबंगता तथा सच्चे देशभक्त होने का प्रमाण इससे बड़ा कदाचित ही देखने को मिले कि इन्होंने अपनी ही पार्टी के शीर्ष नेता अरविंद केजरीवाल पर मुखरता से भ्रष्टाचार के आरोप लगाए, जिसके फलस्वरुप इनको पार्टी से निष्कासित कर दिया गया।
कपिल मिश्रा दिल्ली में विद्यालय स्तर पर सामाजिक कार्य करते रहने के लिए प्रसिद्ध थे। यह राजनीतिक और व्यावसायिक नीतिगत मुद्दों पर कई प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय संगठनों के साथ काम कर चुके हैं।
कपिल मिश्रा आम आदमी पार्टी में शामिल हो कर दिल्ली में विधानसभा चुनाव लड़े थे। जिसमें इन्हें जबरदस्त जीत भी मिली थी। इसके बाद इन्होंने अपने ही पार्टी के शीर्ष नेता अरविंद केजरीवाल पर 20 करोड़ रुपए से अधिक का हेराफेरी का भ्रष्टाचार का आरोप लगाया और परिणामस्वरूप इन्हें पार्टी से निष्कासन का इनाम दिया गया।
कपिल मिश्रा ने बताया कि आम आदमी पार्टी को 11 कंपनियों ने पैसा चंदे के रूप में दिया था, लेकिन सभी की सभी फर्जी हैं। इनके चार निदेशक हैं, लेकिन सभी का एक ही पता है। बेंगलुरु के एक व्यक्ति ने कुल 1,00,10,000 रुपये दिये थे, लेकिन पार्टी ने अपने खाते में दिखाया कि उसने मात्र ₹5000 ही दिया है। बेंगलुरु की प्रिया बंसल ने भी पार्टी को लगातार पैसों की मदद दी है और अभी तक 90 लाख रूपये दे चुकी हैं, लेकिन आयकर में इस रकम को मात्र ₹2,500 दिखाया गया। कपिल मिश्रा ने यह भी आरोप लगाया कि आम आदमी पार्टी को मिलने वाले पैसे के बारे में आयकर विभाग और चुनाव आयोग से जानकारी छुपाई जाती है और गलत जानकारी दे दी जाती है। इसके बाद इन्होंने 2013-14 के दस्तावेजों को दिखाते हुए कहा कि इस दौरान आम आदमी पार्टी के खातों में 45 करोड़ रुपये थे, लेकिन इस बारे में चुनाव आयोग को मात्र 9 करोड़ रुपये के बारे में ही बताया गया था। वहीं सभी को 20 करोड़ रुपये के बारे में ही बताया गया था और बाकी के 25 करोड़ के बारे में कुछ नहीं बताया गया।
पूरे प्रमाणों के साथ कपिला मिश्रा द्वारा 'आम आदमी पार्टी' पर लगाए गये आरोपों का परिणाम यह रहा कि 'कट्टर ईमानदारी' का ढिंढोरा पीटने वाली पार्टी तथा इसके शीर्ष नेता, 8 फरवरी को विधानसभा चुनाव 2025 के घोषित परिणामों में औंधे मुंह जमीन पर गिर गये तथा ईमानदारी से किए गये कपिल मिश्रा के प्रयत्नों के सुफल स्वरूप भाजपा की दिल्ली विधानसभा चुनावों में प्रचंड जीत हुई। भाजपा की यह जीत किसी एक पार्टी की दूसरी पार्टी पर जीत नहीं है बल्कि कपिल मिश्रा के समान अनेकों सत्यनिष्ठ नेताओं वाली पार्टी की एक बेईमान व भ्रष्टाचारी पार्टी के विरुद्ध जीत है।
मुकेश गुप्ता की रिपोर्ट