।।कृष्णा कल्याण।।
साथ रहो ध्यान रखो
बालक हम तुम्हार
कण माटी हम तोहार है
परभू करदो मैरो कल्याण||
भाव है अपार है
दिल मैं तोके घनश्याम
ज्ञान का प्रसाद दो
परभू करदो मैरो कल्याण||
जीवन मरण भवर से
भगवन करदो मौकों पार
चरण मैं शरण मैं रखकर
परभू करदो मैरो कल्याण||
रात छटे दिन उगे
कुछ करदो एशो पुंडरीकाक्ष
शून्य सूक्ष्म तुम्हरे हम समान है
परभू करदो मैरो कल्याण।।
भय हरो दु:ख हरो
हरलो मेरो हर पाप
निकट पग अपने रख के
परभू करदो मैरो कल्याण।।
— Ranjeet Sharma