राष्ट्रीय सीनियर सिटीजन एसोसिएशन का पुनर्गठन दिनांक 17 मार्च 2023 को हिन्दू महासभा भवन नई दिल्ली में सम्पन्न हुआ |
भारतीय नागरिक जो ऐसे किसी भी सरकारी व गैरसरकारी नौकरी में थे जिन्हें पेंशन नहीं मिलता है या जिन्हें पेंशन मिल भी रहा है, वे सभी इस राष्ट्रीय संगठन के सदस्य हो सकते हैं
हमारी मुख्य समस्याएं और मांगे :-
1- देश के प्रादेशिक सरकारों द्वारा बृद्धजन पेंशन की राशि में भारी असमानता है, जैसे - बिहार में मात्र - 400 ₹, दिल्ली में - 2500 ₹ , शेष राज्यों में 1000₹, 1200₹, 1500₹, 1800₹, 2000₹ है
- हमारी मांग है कि बृद्ध पेंशन राशि न्यूनतम 3000₹ होना चाहिये
- सभी प्रकार के पेंशन धारियों को आयकर से मुक्त किया जाय
- कोरोना का बहाना लगाकर बृद्ध जन रेलकिराया भाड़ा में मिलरही रियायत को बंद कर दिया गया, जबकि देश के सभी एम. एल. ए, एम. पी. , व अन्य जनप्रतिनिधियों को ये सुविधा जारी ही रखी गयी. दे दोहरा चरित्र क्यों?
- अपनो द्वारा सताए जाने की स्थिति मे उन्हें सामाजिक व कानूनी सहायता उपलब्ध कराया जाना
- प्रत्येक थाना परिक्षेत्र में सीनियर सिटीजन एसोसिएशन सेल का गठन किया जाय
- बृद्धजनों को आयुष्मान भारत योजना से जोडकर उनके स्वास्थ्य रक्षा के लिए अवसर दिया जाए, अभी कथित प्रावधानों के कारण ये सुविधाएं नहीं मिल पा रही है.
- वरिष्ठ नागरिक भरण पोषण अधिनियम 2007 को सभी राज्यों में लागू किया जाय
- वरिष्ठ नागरिकों के लिए विशेष बीमा व हेल्थ इंश्योरेंस प्लान की व्यवस्था करवाना
- बृद्धजनों के विविध क्षेत्रों के महान अनुभव ज्ञान का लाभ आमलोगों को उपलब्ध हो पावे, इसकी व्यवस्था करवाना
बृद्धजन ; परिवार व समाज के लिए बोझ नही अपितु वरदान होते हैं, उन्हें सहेजने संवारने व सुरक्षित रखने की आवश्यकता है, जिससे आदर्श नागरिक का सृजन हो सके. स्वाददत्ता रूपक झा की रिपोर्ट