संविधान और धर्म दोनों का सम्मान — गाज़ियाबाद की वकील रज़िया बनीं मिसाल
लालबत्ती फ्लाईओवर के पास एक अनोखा दृश्य देखने को मिला, जब एक महिला वकील ने समाज को अनुशासन और मर्यादा का प्रेरक संदेश दिया। स्कूटी पर सवार यह महिला, अपने इस्लाम धर्म की परंपराओं का पालन करते हुए बुर्का, नक़ाब और दस्ताने पहने हुए थी। साथ ही उन्होंने यातायात नियमों का भी पूरी तरह पालन किया। महिला वकील रज़िया ने अपने आचरण से यह सिद्ध कर दिया कि एक सच्चा नागरिक वही है जो संविधान और धर्म दोनों का सम्मान करे। उन्होंने बताया कि चाहे कोई भी धर्म या पेशा क्यों न हो, देश का कानून और नियम सर्वोपरि हैं, और उनका पालन हर नागरिक का कर्तव्य है। रज़िया का यह उदाहरण समाज में एक सकारात्मक संदेश देता है कि मुस्लिम महिलाएं शिक्षित होकर भी अपने संस्कार और धार्मिक आस्था को बरकरार रख सकती हैं, साथ ही देश के कानून का पालन कर आदर्श नागरिक बन सकती हैं। यह दृश्य देख राहगीरों ने भी सराहना की और कहा कि ऐसे उदाहरण समाज में एकता, अनुशासन और सम्मान की भावना को और मज़बूत करते हैं।
नसीम अहमद गाज़ियाबाद